Thursday, July 23, 2009

किसी का इन्तजार

अब गली सूनी सी लगती है
चिरपरिचित दरवाजो पर
कोइ नही है
पहले लगता था
कोइ न कोइ खडा है
पर
आज
दरवाजे भी

लोग भी..........

नही करता
कोई किसी का इन्तजार............!

1 comment:

Himanshu Pandey said...

पर आज दरवाजे भी और लोग भी एकदम से सहम गये .. ऐसा ही न ! शायद ऐसा ही तभी तो नहीं करता कोई किसी का इंतजार !